फीमेल ऑर्गेज्म उतनी ही सहज और सरल है, जितनी इस पर बात की जाती है.
दरअसल फीमेल ऑर्गेज्म के बारे में कई तरह की बातें प्रचलित हैं लेकिन कोई भी इस बारे में ठीक से बात नहीं कर पाता है या यूं कहे कि इस पर बात करने से हिचकिचाता है. अगर वास्तविकता में जानना हो तो फीमेल ऑर्गेज्म के लिए आपको थोड़ा ज्यादा मेहनत करनी होगी क्योंकि आज के समय में भी फीमेल ऑर्गेज्म किसी बड़े रहस्य से कम नहीं है. इसको जानने के लिए आपको सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि फीमेल ऑर्गेज्म होता क्या है? क्या यह स्खलन है? या फिर यह वह स्थिति है जब आपकी सेक्स (Sex) डिजायर पूरी हो जाती है?हालांकि इसे समझना इतना आसान नहीं है जितना लगता है. अगर आप संभोग के विज्ञान के बारे में बात करते हैं तो वहां यौन उत्तेजना चक्र (sexual response cycle) नामक एक चीज है, जिसमें चार प्रमुख चरण- उत्तेजना, उत्तेजना का बढ़ाव, संभोग और संकल्प शामिल हैं. मूल रूप से संभोग तब होता है कपल्स परमानंद की अंतिम ऊंचाई पर पहुंच जाते हैं.
जब आप संभोग के विज्ञान के बारे में बात करते हैं तो वहां यौन उत्तेजना चक्र नामक एक चीज है, जिसमें चार प्रमुख चरणों- उत्तेजना, उत्तेजना का बढ़ाव, संभोग और संकल्प शामिल हैं. मूल रूप से संभोग तब होता है जब आप परमानंद की अंतिम ऊंचाई पर पहुंच जाते हैं.
कभी-कभी ऑर्गेज्म यौनांगों में लयबद्ध तरीके से उत्पन्न होता है यानी इसका संचार पूरे शरीर पर धीरे धईरे होता है. यह मुख्य रूप से जननांगों के पास होता है. यह भी कहा जा सकता है कि जननांगों की उत्तेजना ऑर्गेज्म की ओर ले जाती है लेकिन यह हर किसी के साथ संभव नहीं हो पाता है. वहीं तनाव एक प्रमुख कारण है कि कई महिलाएं चरमोत्कर्ष तक नहीं पहुंच पाती हैं. तनाव न सिर्फ शारीरिक बल्कि मनोवैज्ञानिक परेशानी बनकर आपकी खुशी में बाधा डाल सकती है. इसका समाधान ढूंढना बहुत ही जरूरी है. आइए आपको बताते हैं तीन ट्रिक्स के बारे में जो महिलाओं को ऑर्गेज्म पाने में मदद कर सकती हैं.
ज्यादा हड़बड़ी न करें. सीधे सेक्स करने से बेहतर है कि फोर प्ले को पूरा समय दें. अपना समय लें और उस उत्तेजना तक पहुंचने के लिए फोरप्ले का इस्तेमाल करें ताकि आपका मस्तिष्क आपके दिल की धड़कनों के साथ थोड़ा मेल बैठा सके. सेक्स का मतलब सिर्फ पेनिट्रेशन ही नहीं है. यह और भी गहन और विस्तृत है. आपको परमानंद की उस अवस्था तक पहुंचने के लिए अपने पार्टनर के साथ थोड़ा और कोजी होने की जरूरत हो सकती है. सेक्स के हर अंदाज का इस्तेमाल करें, यह ओरल या आपके स्पर्श से भी हो बहुत काम कर सकता है.
उत्तेजक अंगों को सहलाना
यह एक दो-तरफ़ा एक्सरसाइज है. आपके साथी को उन उत्तेजक अंगों के बारे में पता होना चाहिए जो आपको अधिक उत्तेजित करते हैं. आपके उत्तेजक अंगों में गर्दन, कान के पीछे का हिस्सा, आपके जननांगों को उत्तेजित करने में मददगार होते हैं. यह आपकी कामेच्छा को भी बढ़ा देता है. इसलिए पेनिट्रेशन से पहले इन बिंदुओं पर भी समय दें. कई बार ऑर्गेज्म के बारे में ज्यादा सोचना भी ऑर्गेज्म तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न कर सकता है. इसलिए अपने रोमांटिक पलों को बर्बाद न करें और इसके हर पल का मजा लेने की कोशिश करें.
कीगेल एक्सरसाइज
कीगेल एक्सरसाइज न केवल पेल्विक की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है बल्कि यह एक्सरसाइज ऑर्गेज्म तक पहुंचने और उत्तेजित करने में भी मदद करती है. कुछ ईजी कीगल एक्सरसाइज महिलाएं अपने घर पर ही कर सकती हैं जैसे ब्रिज पोज, जंपिंग जैक, और स्क्वाट्स. ये क्लाइमेक्स को और बेहतर बना देंगी.