शनिवार को देश में कोरोना के 45 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए गए और इनमें से 31 हजार से ज्यादा मामले केरल से थे, जो कि कुल मामलों का करीब 70 फीसदी है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार को कहा कि अक्टूबर के अंत तक या नवंबर के पहले सप्ताह तक राज्य कोरोना वायरस की तीसरी लहर की चपेट में आ जाएगा, और कम से कम 60 लाख लोग कोविड -19 से संक्रमित होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने अपने केरल समकक्ष के साथ भी विस्तार से बात की क्योंकि केरल ओणम उत्सव के बाद रिकॉर्ड संक्रमण से जूझ रहा है। और गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, दशहरा और दिवाली के साथ ही, ऐसी आशंकाएं हैं कि महाराष्ट्र में भी कोविड प्रतिबंधों में ढील के कारण बड़े पैमाने पर स्पाइक देखने को मिलेगा ।
महाराष्ट्र ने पिछले हफ्ते अप्रैल में कोविड -19 लॉकडाउन में ढील दी थी, क्योंकि दूसरी लहर के दौरान मामले तेजी से बढ़े थे। जबकि सिनेमाघर और धार्मिक स्थल अभी भी बंद हैं, मॉल को खोलने की अनुमति दी गई है और दुकानों का समय बढ़ा दिया गया है। बाजार में भी त्योहारी दुकानदारों की चहल-पहल रही।
टोपे ने कहा कि टीकाकरण राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। खुराक की कमी के कारण मुंबई सहित कई जिलों को वैक्सीन अभियान को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है। “हमें प्रति माह लगभग 1.2 करोड़ खुराक मिल रही हैं। केंद्र ने हमें बताया है कि हमें अगले महीने से 1.7 करोड़ खुराक मिल जाएंगी। लाभार्थियों को दूसरी खुराक उपलब्ध कराना प्राथमिकता है।” उन्होंने कहा हम दैनिक आधार पर 15 लाख से अधिक लोगों को टीकाकरण कर सकते हैं (यदि पर्याप्त स्टॉक है, तो)।
राज्य कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए टोपे ने कहा कि कम से कम 13 लाख को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत होगी। उन्होंने एक विशेष साक्षात्कार में मीडिया को बताया “हमने अपनी ऑक्सीजन क्षमता 2000 मीट्रिक टन तक बढ़ा दी है”।
इधर कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच केरल में लगातार कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है। राज्य में पिछले चार दिनों से 30 हजार से ज्यादा कोरोना केस दर्ज किए जा रहे हैं। स्थिति यह है कि महज 5 दिन में केरल के अंदर कोरोना के करीब डेढ़ लाख केस आ चुके हैं। वहीं, देश में भी केरल के आंकड़ों के कारण हर दिन लगातार 45 हजार पार नए मामले आ रहे हैं। स्थिति खराब होते देख अब मुख्यमंत्री पी. विजयन ने अगले हफ्ते से राज्य में नाइट
कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है।
पांच दिन में 50 हजार बढ़े एक्टिव केस
कोरोना से केरल में कोहराम का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में शनिवार तक 2 लाख से ज्यादा इलाजरत मरीज थे। देशभर में कोरोना के कुल 3।7 लाख एक्टिव मरीज हैं और अकेले केरल में ही इसके 55 फीसदी मामले हैं। बीते पांच दिनों में केरल में 50 हजार एक्टिव मरीज बढ़ गए हैं और इस दौरान राज्य में एक लाख 49 हजार 814 नए मामले आए हैं।
केरल के अलावा महाराष्ट्र में भी शनिवार को कोरोना के 4 हजार 831 नए मामले दर्ज किए गए। मिजोरम में भी संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। यहां लगातार दो दिनों से कोरोना के मामले एक हजार के करीब पहुंच रहे हैं।
बढ़ते केस देख अब नाइट कर्फ्यू का ऐलान
केरल सरकार ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य में कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए अगले हफ्ते से रात में कर्फ्यू लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक में अगले सप्ताह से राज्य में रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया।