HARIYANA : दो शिष्याओं से बलात्कार के जुर्म में 20 साल जेल की सज़ा काट रहा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर 40 दिनों की पैरोल मिल गई, उसे तीन महीने पहले भी 40 दिन की पैरोल दी गई थी जो 25 नवंबर को खत्म हुई थी। उस समय भी वह 14 अक्टूबर को जेल से छूटने के बाद बरनावा आश्रम गया था।
लेकिन पैरोल का मुद्दा अब ज़ोरशोर से गर्मा रहा है। हालांकि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा राज्य की सीएम मनोहर लाल खट्टर सरकार के बचाव में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि पैरोल नियमों के अनुसार ही दी गई है। खास बात है कि कई सिख संगठनों और विपक्षी दलों ने राज्य सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए थे। शिरोमणि अकाली दल(शिअद) और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने राम रहीम सिंह को पैरोल देने पर कड़ी आपत्ति जताई। वह दो शिष्याओं से बलात्कार के जुर्म में 20 साल जेल की सज़ा काट रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, हुड्डा ने कहा, ‘राम रहीम को नियमों के अनुसार ही पैरोल दी गई है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। हर कैदी को पैरोल हासिल करने का अधिकार है।’ पैरोल पर हरियाणा के रोहतक स्थित सुनारिया जेल से शनिवार को रिहा किया गया। इसके बाद वह कड़ी सुरक्षा के बीच अपनी गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत के साथ बागपत के बरनावा आश्रम पहुंचा।
खबरें हैं कि 40 दिनों की पैरोल के दौरान डेरा प्रमुख 25 जनवरी को शाह सतनाम की जयंती के उत्सव में शामिल होगा। राम रहीम बलात्कार और हत्या के मामलों में जेल का सामना कर रहा है।