WORLD : चीन लगातार नई साजिशों के जरिए सीमा पर अपना दबदबा बनाए रखने की जुगत में है। चीन के साथ सीमा पर तनाव कम नहीं हुआ है। हालांकि, भारत की ओर से भी सेना और सुरक्षा बल पूरी तरह मुस्तैद हैं। भारतीय सीमा क्षेत्र में चीन के अतिक्रमण को रोकने के लिए 1962 में आईटीबीपी की स्थापना की गई थी।
आईटीबीपी में करीब 90 हजार जवान हैं। लद्दाख के साथ अरुणाचल सीमा को भी काफी संवेदनशील माना जाता है। वहीं, उत्तराखंड से जुड़ी सीमा पर भी चीनी पक्ष के अतिक्रमण की खबरें आती रहती हैं। सीमा पर 47 नई बीओपी बनाने के प्रस्ताव के मद्देनजर नई बटालियन की जरूरत बताई गई है। अगर प्रस्ताव मंजूर होता है तो करीब दस हजार अतिरिक्त जवान आईटीबीपी को उपलब्ध होंगे। इससे चीन सीमा की निगरानी में काफी मदद मिलेगी
आईटीबीपी को बताया गया था कि अतिरिक्त बटालियन सहित अत्याधुनिक तरीके से निगरानी और अन्य सुरक्षा उपायों को जल्द लागू करने की रणनीति के मद्देनजर प्रस्ताव जल्द स्वीकार होगा। अभी तक इसपर आखिरी मुहर नहीं लगी है। लेकिन यह मामला उच्च स्तर पर विचाराधीन है, केंद्र पर इसे जल्द पूरा करने का दबाव है।