
कोलकाता, राज्य ब्यूरो।
1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की ऐतिहासिक जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत सरकार व तीनों सशस्त्र सेनाएं स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मना रही है। इसके मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के मौके पर दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए स्वर्णिम विजय मशाल को रवाना किया था। इनमें से एक विजय मसाल इन दिनों कोलकाता व इसके आसपास के ऐतिहासिक स्थानों, तीनों सशस्त्र सेनाओं के बेसों व प्रमुख सरकारी संस्थानों के भ्रमण पर है।
इसी कड़ी में 19 मार्च को कोलकाता में स्थित पूर्वी वायुसेना कमान के एडवांस हेडक्वार्टर में स्वर्णिम विजय मशाल के पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।
यहां विजय मसाल का गर्मजोशी से स्वागत के साथ वायुसेना के अधिकारियों ने समारोह में उपस्थित पूर्व अधिकारियों एवं 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले योद्धाओं को सम्मानित किया। समारोह में पूर्वी सेना कमान के भी कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
यहां आयोजित स्वर्णिम विजय वर्ष कार्यक्रम में पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा (रिटायर्ड) समेत वायुसेना के कई पूर्व वेटरंस एवं 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले कई वायु योद्धा मौजूद थे। इस मौके पर पूर्वी वायुसेना कमान के एडवांस हेडक्वार्टर के एयर ऑफिसर कमांडिंग एयर कमोडोर नीलेश जोशी ने स्वर्णिम विजय मशाल को रिसीव किया।
1971 के युद्ध में जीत की प्रतीक विजय मशाल के आगमन पर यहां वायुसेना अधिकारियों व कर्मियों ने 1971 के योद्धाओं को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। कार्यक्रम के अंत में स्वर्णिम विजय मशाल को सैन्य दल को सौंप दिया गया।