महिलाओं के पहनावे के बाद अब हरिद्वार के कुंभ पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह का विवादित बयान
newsmrl.com celebrity controversy update by kiran rawat

दस मार्च को जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शपथ ली थी तो किसी को भी यह अंदाजा नहीं था कि आठ दिन के भीतर वह राष्ट्रीय स्तर पर विवादों में आ जाएंगे। आठ दिन में उन्होंने ढेर सारे विवादित बयान दे डाले जो आजकल सोशल मीडिया में काफी वायरल हो गया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बयानों पर छिड़े विवाद से देशभर में सियासत गरमा गई है। सड़क से लेकर संसद तक में बयानों पर उबाल दिखा। विपक्षी पार्टियों समेत विभिन्न संगठनों ने सीएम के जींस और फिर शॉर्ट्स से संबंधित बयान की जमकर आलोचना की। इतना ही नहीं पिछले करीब दो दिन से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ट्विटर और फेसबुक पर टॉप ट्रेंड में हैं। वहीं, फेसबुक पर भी हैशटैग रिप्ड जींस, रिप्ड पैंट, रिप्ड बॉडी और तीरथ सिंह रावत ट्रेंड में रहा।
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले को राज्यसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के मुद्दों की जगह नेताओं का ध्यान महिलाओं के कपड़ों पर है। उन्होंने तीखी टिप्पणी कर कहा कि महिलाओं के कपड़ों को जज करने का अधिकार नेताओं को किसने दिया। वहीं, समाजवादी पार्टी से सांसद जया बच्चन, तृणमूल कांग्रेस से सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल समेत कई हस्तियों ने तीरथ के बयान की निंदा की। वहीं, अभिनेत्री गुल पनाग, अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या, कंगना रानौत समेत कई अभिनेत्रियों और मॉडल्स ने भी सोशल मीडिया पर जींस और शॉर्ट्स में अपनी तस्वीरें पोस्ट कर सीएम के बयान की निंदा की। आइए जानते हैं सीएम के बयानों के बारे में…
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कुर्सी संभालने के बाद हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुंभ 12 साल बाद आता है। अगर इसमें भी इतनी सख्ती होगी तो कैसे चलेगा। कोई आरटीपीसीआर जांच नहीं होगी। जिसे आना है जी भरकर कुंभ में आकर स्नान करे। उन्होंने कहा कि कुंभ को लेकर कोई रोक-टोक नहीं होनी चाहिए। अधिकारियों को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के यहां मेरी पेशी लगेगी। वह पूछेंगे, डांटेंगे तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन कुंभ के अखाड़ों, व्यापारियों और लोगों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उनके इस बयान को लेकर खूब चर्चाएं हुईं। यहां तक की पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इसे जोखिम भरा कदम करार दिया।