रेप पीड़िता से रिश्वत में अस्मत मांगने वाला एसीपी होगा पुलिस सेवा से बर्खास्त।
newsmrl.com rajasthan crime update by Pooja goswami

जयपुर में रिश्वत के बदले रेप पीड़िता से उसकी अस्मत मांगने के प्रकरण में ACP कैलाश बोहरा पुलिस सेवा से बर्खास्त होंगे।
राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही में कैलाश बोहरा का मुद्दा उठा। शांति धारीवाल ने सदन में बयान देते हुए कहा कि कैलाश बोहरा पुलिस सेवा से बर्खास्त होंगे। धारीवाल ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह संवेदनशील हैं।सीएम गहलोत के निर्देश के बाद अधिकारी को बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई।
इससे पहले गृह विभाग ने ACP कैलाश बोहरा को निलंबित कर दिया था। आपको बता दें कि ACB ने कल दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करने के एवज में रिश्वत के तौर पर कथित रूप से अस्मत मांगने के आरोप में राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी बोहरा को गिरफ्तार किया था। आरोपी सहायक पुलिस आयुक्त कैलाश बोहरा राज्य पुलिस की विशेष इकाई के तहत जयपुर में महिला अपराध शाखा में नियुक्त थे। एसीबी के डीजीपी बी. एल. सोनी ने बताया कि एसीपी बोहरा ने बलात्कार सहित तीन शिकायतें दर्ज कराने वाली पीड़िता से पहले रिश्वत में धन मांगा था। उन्होंने बताया कि बाद में जब महिला ने धन देने में असमर्थता जतायी तो अधिकारी ने उससे रिश्वत में अस्मत मांगी।
डीजीपी ने कहा कि आरोपी ने पीड़िता को कार्यालय का समय समाप्त होने के बाद भी मिलने को मजबूर किया। उन्होंने बताया कि महिला की शिकायत के सत्यापन के बाद और एसीपी द्वारा पीड़िता को रविवार को अपने घर बुलाए जाने के बाद अधिकारी को गिरफ्तार किया गया। डीजीपी ने बताया कि आरोपी एसीपी के आवास और अन्य परिसरों की तलाशी ली जा रही है।
2 साल पहले आरोपी कैलाश बोहरा का RPS में हुआ था प्रमोशन
करीब दो साल पहले ही कैलाश बोहरा पुलिस इंस्पेक्टर से पदोन्नत होकर RPS बना।इसके खिलाफ केस दर्ज था और CBI जांच चल रही थी। ऐसे में अपने प्रमोशन के लिए वह कोर्ट भी गया था. RPS में प्रमोशन के बाद बोहरा की पहली पोस्टिंग पुलिस मुख्यालय की सिविल राइट्स ब्रांच में हुई।कुछ महीने पहले ही बोहरा का जयपुर कमिश्नरेट के पूर्व जिले में महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) के तौर पर नियुक्ति हुई।