भाटापारा नगर पालिका में स्वीपर कर्मचारी ने की आत्महत्या, परिजनों द्वारा पालिका पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया…
भाटापारा नगर पालिका में एक स्वीपर कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली कथित तौर पर कहा जा रहा है कि सस्वीपर को कई महीने से वेतन नहीं मिला था जिसकी वजह से वह काफी परेशान चल रहा था नगर पालिका के जवाबदार अधिकारी जनप्रतिनिधि नदारद ..स्वीपरों में आक्रोश भरा हुआ है ..शहर थाना के पुलिस मौके पर मौजूद और आगे की कार्यवाही की जा रही है
भाटापारा के नगर पालिका में कार्यरत नियमित स्वीपर कर्मचारी गणपत ने नगरपालिका के ऊपर भवन फांसी लगाकर अपनी जान दे दी, उसने भवन के में छज्जे से निकले हुए छड़ से सुतली रस्सी से फांसी लगाकर जान दे दी मौके पर घटना के समय पालिका में कर्मचारी और सीएमओ मौजूद नहीं थे वही गणपत के फांसी लगाने से भाटापारा नगर पालिका स्लीपर कर्मचारियों में बहुत गुस्सा देखने को मिल रहा है स्वीपर कर्मचारियों और मृतक गणपत के परिजनों का आरोप है कि पालिका के द्वारा से स्वीपरों को समय पर वेतन नहीं मिलता है.
सीएमओ का कहना है की इन्होंने फांसी क्यों लगाई इसकी जानकारी नहीं है वहीं अगर वेतन की बात करें तो कल यह कर्मचारी मेरे पास आया था और मैंने इन्हें समस्या बताने पर 1 महीने का वेतन दिया है गणपत के फांसी लगाने से भाटापारा में सनसनी फैल गई और लोग पालिका के अव्यवस्थाओं के प्रति बोलने लगे घटना के बाद शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई है विवेचना जारी है शहर थाना अंतर्गत का मामला है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले 3 महीनों से गणपत को वेतन प्राप्त नहीं हुआ है और भत्ता एरियस जैसे कई समस्याएं हैं जो नहीं मिलने से स्वीपर कर्मचारियों को अपना परिवार चलाने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है इन सभी आशंकाओं के तहत अंदाजा लगाया जा रहा है इन्ही समस्याओं से ग्रस्त गणपत ने फांसी पर लटक कर अपनी जान दे दी