newsmrl.com exclusive by Cherry Goswami sikar
एक्ट्रेस कंगना रनॉट ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का भांडाफोड़ हो चुका है। उन्होंने इसे एक राजनीतिक चाल बताया। उन्होंने कहा – ” मैने वादा किया था कि जब किसान आंदोलन का भांडा फुट जाएगा, जैसे शाहीन बाग का फुटा था, तो मै आपसे इस बारे मैं बात करूँगी। इन 10-12 दिनों में जैसे इमोशनल मेंटल लिंचिंग, ऑनलाइन लिंचिंग जो मैंने फेस की है, रेप डेथ रेट्स मैने फेस किये है, तो ये मेरा हक बनता है, कि इस देश से मैं कुछ सवाल करूँ।

अब जब प्रधान मंत्री जी ने आशंका की कोई गुंजाइश ही नहीं छोड़ी है, तो ये बात तो तय है कि ये पूरा आंदोलन पॉलिटिकली मोटिवेटेड था और कहीं न कहीं इसमें आतंकियों ने भी हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। लेकिन मैं पंजाब में पली-बढ़ी हूँ, मैंने अपनी स्कूलिंग वहां से की है। और मैं जानती हूँ 99.9% लोग खालिस्तान नहीं चाहते हैं, वो देश का टुकड़ा नहीं चाहते हैं। उनका पूरा देश है। अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, हिमाचल सब उनका है। उनको एक छोटा सा टुकड़ा नहीं चाहिए। वो सब देश प्रेमी है।
लेकिन मैं उन देशवाशियों से पूछना चाहती हुँ। मुझे आतंकियों से शिकायत नहीं है, इस देश को जो तोड़ना चाहते हैं, उनकी भावनाएं मैं समझती हुँ। लेकिन जो मासूम लोग है, वो इन लोगों को हर आये दिन अपने आपको उंगलियों पे नचाने देते हैं। अब जैसे शाहीन बाग में दादीजी हैं, वो पढ़ नहीं सकती लेकिन फिर भी अपनी नागरिकता बचाने के लिए आंदोलन कर रही है। पंजाब में एक दादी मुझे इतनी गन्दी, भद्दी गालियां दे रही है, सरकार से अपनी जमीन बचने की कोशिश कर रही है। क्या हो रहा है इस देश में?
दोस्तों हम अपने आपको इतना वनरूबल कैसे कर देते हैं, इन आतंकियों के लिए, इन विदेशी शक्तियों के लिए?
मुझे आप लोगों से शिकायत है, कि मुझे हर दिन अपनी इंटेंशन बतानी पड़ती है इतनी चीजें क्लेरिफाई करनी पड़ती है।पर ये लोग दिलजीत दोसांझ, प्रियंका चोपड़ा किस तरह की नीति कर रहें हैं। अगर मैं देश के हित मैं बात करती हूं तो कहते हैं कि मैं राजनीति कर रही हूँ। इनसे भी तो पूछिये न कि ये कोनसी नीति कर रहें हैं?
जयहिंद।।
अतुल कुमार ने भी इस पर अपनी सहमति जताई और इसे रिट्वीट किया।